Blog

सेहत के जोखिम किसी को कभी भी, कहीं भी परेशान कर सकते हैं। ऐसे में हर सेकंड कीमती होता है। अगर हेल्थ एक्सपर्ट मरीज तक पहुंच भी जाएं तो भी उनकी सेहत संबंधी बुनियादी जानकारी के बिना उपचार नहीं दे सकते। लॉस एंजेलिस की पैरामेडिक (हेल्थ स्टाफ) एलिजाबेथ डिरोको कहती हैं कि मरीज तो कुछ […]

READ MORE

कुछ दिन पहले मेरी 4 साल की बेटी और मैं स्विमिंग क्लास जा रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने कहा कितनी सुंदर बच्ची है। हम वहां से तुरंत निकल गए, बेटी ने पूछा- मां, उसने क्या कहा? मैंने झूठ बोला कि उस आदमी को तुम्हारी टोपी पसंद है। मैं नहीं चाहती थी कि उसे ‘सुंदर’ […]

READ MORE

पूर्वी दिल्ली में रहने वाले 11 साल के एक लड़के को खांसी की शिकायत बढ़ी तो उसके पैरेंट्स सर गंगाराम अस्पताल ले गए। इस बीच लड़के की तबीयत बिगड़ती गई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। हालत ज्यादा खराब हुई तो उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। डॉक्टर्स को शुरुआती जांच में पता चला […]

READ MORE

क्या आप पॉपकॉर्न ब्रेन का शिकार हैं? पॉपकॉर्न ब्रेन मतलब ऐसा दिमाग, जो एक सेकेंड भी एक जगह टिककर नहीं रह सकता। कभी कूदकर यहां, कभी कूदकर वहां। आप नेटफ्लिक्स पर अपना सबसे फेवरेट शो देख रहे हैं, लेकिन तभी आपका हाथ मोबाइल की तरफ बढ़ता है और आप साथ-साथ रील भी चलाने लगते हैं […]

READ MORE

मानसून आते ही कई लोगों में बाल गिरने की समस्या बढ़ते लगती है। नमी और मौसम में बदलाव इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई कारण बालों के गिरने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इनमें पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल असंतुलन, तनाव और स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं शामिल हैं। बालों […]

READ MORE

अपने मोबाइल फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट देखिए, इसमें सैकड़ों नंबर होंगे। पर इनमें से कुछ ही हैं, जिनसे आप अक्सर बात करते हैं। कुछ से जरूरत पड़ने पर… जैसे मैकेनिक या इलेक्ट्रिशियन। कुछ नंबर उन पुराने दोस्तों के होंगे, जिनसे संपर्क नहीं है। कई स्टडीज बता चुकी हैं कि सामाजिक संबंध मानसिक व शारीरिक सेहत […]

READ MORE

बारिश का आना मतलब ‘हैप्पी मानसून।’ लेकिन ये तब तक ही खुशनुमा लग सकता है, जब तक हम इस मौसम की बीमारियों से बचे रहें। मानसून आता तो बारिश के साथ है, लेकिन साथ में कई बीमारियां भी लेकर आता है। बारिश में ज्यादा नमी के कारण बैक्टीरिया और कई आंखों से न दिखने वाले […]

READ MORE

अमेरिकी संस्कृति में माना जाता है कि दुःख ऐसी चीज है जिसे आप भूल सकते हैं। शोक अवकाश के लिए कानून नहीं है। परिवार के सदस्य की मृत्यु पर 5 दिन छुट्टी मिलती है, क्या यह काफी है…’ वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार कोडी डेलिस्ट्रेटी कहते हैं, ‘पश्चिमी सामाजिक मानदंड हमें इस भावना को निजी […]

READ MORE

कभी भारत की बढ़ती आबादी को चिंता की तरह देखा जाता था। लेकिन जनसंख्या विस्फोट के जिन खतरों की पहले बात होती थी अब वो नहीं होती। पिछले चार दशकों में आबादी बढ़ने की रफ्तार में जो परिवर्तन हुए हैं वो विस्फोट के खतरों को कम करने वाले हैं। प​ढ़‍िए बदलती आबादी के आंकड़ों पर […]

READ MORE

वर्जीनिया की रियल एस्टेट एजेंट करेन शिरो को लग रहा था कि वे ‘बर्नआउट’ का शिकार हैं, पर उन्हें निपटने का तरीका नहीं सूझ रहा था। इसके बाद उन्होंने चर्चित बर्नआउट कोच एलिन शिंके से संपर्क किया। छह महीने वीकली वीडियो कॉल और बातचीत में करेन ने ओवरलोडेड टू-डू लिस्ट घटाई। कुछ छोटे बदलाव किए-जैसे […]

READ MORE
Follow by Email
Facebook
Twitter
Pinterest
Instagram