सेहतनामा- भारत दे सकता है वेटलॉस ड्रग टिरजेपेटाइड को मंजूरी:क्या इससे सचमुच घटता है वजन, दवा खाकर पतला होना कितना सही
By : Devadmin -
कल्पना करिए कि एक व्यक्ति मोटापे से परेशान है। दोस्त और परिवार के लोग उसे ताने देते हैं। बाजार में उसके साइज के कपड़े खोजना मुश्किल हो जाता है। मोटापे के चलते कई बीमारियां घेर रही हैं। वह सोच रहा कि क्या इसकी कोई दवा नहीं हो सकती है? दवाएं तो बहुत सी हैं, लेकिन […]
READ MOREमेडिकल हिस्ट्री कागज पर लिखकर वॉलेट में रखें:दवा-एलर्जी का भी जिक्र करें…तो इमरजेंसी में जिंदगी बचाना आसान होगा
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सेहत के जोखिम किसी को कभी भी, कहीं भी परेशान कर सकते हैं। ऐसे में हर सेकंड कीमती होता है। अगर हेल्थ एक्सपर्ट मरीज तक पहुंच भी जाएं तो भी उनकी सेहत संबंधी बुनियादी जानकारी के बिना उपचार नहीं दे सकते। लॉस एंजेलिस की पैरामेडिक (हेल्थ स्टाफ) एलिजाबेथ डिरोको कहती हैं कि मरीज तो कुछ […]
READ MOREरंग-रूप के बजाय बेटी के कौशल की प्रशंसा करें:सुंदरता का सही अर्थ बताएं… ताकि उसका फोकस दिखावे पर नहीं, बेहतर व्यक्तित्व पर रहे
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कुछ दिन पहले मेरी 4 साल की बेटी और मैं स्विमिंग क्लास जा रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने कहा कितनी सुंदर बच्ची है। हम वहां से तुरंत निकल गए, बेटी ने पूछा- मां, उसने क्या कहा? मैंने झूठ बोला कि उस आदमी को तुम्हारी टोपी पसंद है। मैं नहीं चाहती थी कि उसे ‘सुंदर’ […]
READ MOREसेहतनामा- दिल्ली में कबूतर फैला रहे जानलेवा बीमारी:क्या है हाइपरसेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस, कितनी खतरनाक है ये एलर्जी
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पूर्वी दिल्ली में रहने वाले 11 साल के एक लड़के को खांसी की शिकायत बढ़ी तो उसके पैरेंट्स सर गंगाराम अस्पताल ले गए। इस बीच लड़के की तबीयत बिगड़ती गई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। हालत ज्यादा खराब हुई तो उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। डॉक्टर्स को शुरुआती जांच में पता चला […]
READ MOREसेहतनामा- क्या आपका दिमाग भी है पॉपकॉर्न ब्रेन:सोशल मीडिया रील्स दिमाग के लिए खतरा, 8 तरीकों से अपने ब्रेन को रखें सुरक्षित
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क्या आप पॉपकॉर्न ब्रेन का शिकार हैं? पॉपकॉर्न ब्रेन मतलब ऐसा दिमाग, जो एक सेकेंड भी एक जगह टिककर नहीं रह सकता। कभी कूदकर यहां, कभी कूदकर वहां। आप नेटफ्लिक्स पर अपना सबसे फेवरेट शो देख रहे हैं, लेकिन तभी आपका हाथ मोबाइल की तरफ बढ़ता है और आप साथ-साथ रील भी चलाने लगते हैं […]
READ MOREसेहतनामा- मानसून में ज्यादा झड़ते बाल:हेयर फॉल रोकने के लिए खाएं नट्स-सीड्स, रोज 15 मिनट सुबह धूप लें, बाल मजबूत होंगे
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मानसून आते ही कई लोगों में बाल गिरने की समस्या बढ़ते लगती है। नमी और मौसम में बदलाव इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई कारण बालों के गिरने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इनमें पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल असंतुलन, तनाव और स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं शामिल हैं। बालों […]
READ MOREभूले-बिसरे दोस्तों से दोबारा जुड़ना फायदेमंद:वे अपेक्षा से ज्यादा मदद करते हैं, आपका जीवन समृद्ध बनाते हैं
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अपने मोबाइल फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट देखिए, इसमें सैकड़ों नंबर होंगे। पर इनमें से कुछ ही हैं, जिनसे आप अक्सर बात करते हैं। कुछ से जरूरत पड़ने पर… जैसे मैकेनिक या इलेक्ट्रिशियन। कुछ नंबर उन पुराने दोस्तों के होंगे, जिनसे संपर्क नहीं है। कई स्टडीज बता चुकी हैं कि सामाजिक संबंध मानसिक व शारीरिक सेहत […]
READ MOREसेहतनामा- बारिश में बढ़ता आई फ्लू और थ्रोट इन्फेक्शन:गंदे पानी से करें बचाव, हाथों से चेहरे-आंखों को न छुएं, बचाव के 5 टिप्स
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बारिश का आना मतलब ‘हैप्पी मानसून।’ लेकिन ये तब तक ही खुशनुमा लग सकता है, जब तक हम इस मौसम की बीमारियों से बचे रहें। मानसून आता तो बारिश के साथ है, लेकिन साथ में कई बीमारियां भी लेकर आता है। बारिश में ज्यादा नमी के कारण बैक्टीरिया और कई आंखों से न दिखने वाले […]
READ MOREदु:ख है तो चुप न रहें, खुलकर बात करें…:सही-गलत न सोचकर साथ देना जरूरी है; इससे चुनौतीपूर्ण वक्त का सामना मजबूती से कर पाएंगे
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अमेरिकी संस्कृति में माना जाता है कि दुःख ऐसी चीज है जिसे आप भूल सकते हैं। शोक अवकाश के लिए कानून नहीं है। परिवार के सदस्य की मृत्यु पर 5 दिन छुट्टी मिलती है, क्या यह काफी है…’ वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार कोडी डेलिस्ट्रेटी कहते हैं, ‘पश्चिमी सामाजिक मानदंड हमें इस भावना को निजी […]
READ MOREविश्व जनसंख्या दिवस:प्रजनन और वृद्धि दर में कमी जैसे 4 संकेत जो बताते हैं जनसंख्या विस्फोट के खतरों से बाहर आ रहा है भारत
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कभी भारत की बढ़ती आबादी को चिंता की तरह देखा जाता था। लेकिन जनसंख्या विस्फोट के जिन खतरों की पहले बात होती थी अब वो नहीं होती। पिछले चार दशकों में आबादी बढ़ने की रफ्तार में जो परिवर्तन हुए हैं वो विस्फोट के खतरों को कम करने वाले हैं। पढ़िए बदलती आबादी के आंकड़ों पर […]
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