वीगन डाइट कई प्रकार की होती है, जिनमें से तीन मुख्य हैं। व्हीट वीगन डाइट में फल, सब्जियां, दाल, नट्स शामिल होते हैं। दूसरी रॉ फूड वीगन डाइट। इसमें कच्चे फल, सब्जियां और नट्स होते हैं। तीसरी थ्राइव डाइट होती है। इसमें व्हीट और रॉ फूड दोनों का मिश्रण होता है।
वीगन डाइट के फायदे
यह डाइट स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं में बेहद फायदेमंद है। शरीर डिटॉक्स होता, जिससे आप स्वस्थ और फिट भी रहते हैं। इस डाइट से ब्लड शुगर लेवल व वजन भी नियंत्रित रहता है। इस डाइट से पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन बनता व भूख घटती है। एंटी ऑक्सीडेंट, ओमेगा 3 डिप्रेशन, एंजाइटी में मदद करता है। केला, बादाम, शकरकंद नियमित खाने से नींद अच्छी आती है। प्लांट बेस्ड चीजों से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा घटता है। पाचन क्रिया बेहतर व कलेस्ट्रॉल, फैट कम करने में मददगार है।
वीगन डाइट लेते हैं तो बरतें सावधानी
वीगन डाइट फॉलो करते समय मील प्लानिंग अच्छे से करें, नहीं तो दिक्कत हो सकती है। डायटीशियन की सलाह से वीगन डाइट लें, निर्देश फॉलो करें। डाइट लंबे समय लेने से विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है। शरीर में एनीमिया की शिकायत हो सकती है, सावधानी बरतें। वीगन डाइट फॉलो करते समय पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। पानी की कमी, रिच फाइबर से कब्ज, मरोड़ की शिकायत हो सकती है।
तो हो सकती हैं ये दिक्कतें
वीगन डाइट में कब, क्या खाना है सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। गलत तरीके व समय पर खाने से वजन भी बढ़ सकता है। वीगन डाइट से जिंक को अवशोषित करने में दिक्कत आती है। वीगन डाइट कई बार ब्लड शुगर बढ़ने की भी आशंका होती है। इस डाइट को फॉलो करने से ईटिंग डिसॉर्डर भी हो सकता है। इस डाइट से आयरन व प्रोटीन की भी कमी हो सकती है।
मिलने चाहिए भरपूर न्यूट्रिएंट्स
प्रोटीन के नाम पर लोग हाई कैलोरी वाली चीजें खाते हैं। वीगन डाइट के दौरान खाने वाले ऑयल को भी बदलना जरूरी होता है। पहले से विटामिन या खून की कमी तो चिकित्सक से सलाह लें। प्रेग्नेंट व उम्रदराज लोगों को यह डाइट फॉलो नहीं करनी चाहिए।
एक्सपर्ट : डॉ. शुचि शर्मा, डायटीशियन
[MORE_ADVERTISE1]
Source: Weight Loss