नए साल के 6 हेल्थ रेजोल्यूशंस:फॉलो करने में नहीं लगेगी मेहनत, दिमाग तेज होगा, चेहरा चमकेगा, बीमारियां रहेंगी दूर

हम नई उम्मीदों और संभावनाओं के साथ नए साल में प्रवेश कर रहे हैं। हर कोई नए साल में कुछ रेजोल्यूशन लेता है। मकसद एक ही होता है, जीवन को बेहतर बनाना। मसलन स्टूडेंट्स बेहतर शेड्यूल के साथ पढ़ाई करने का रेजोल्यूशन लेते हैं। जो कॉर्पोरेट में काम कर रहे हैं, वे टाइम पर प्रोजेक्ट पूरे कर प्रमोशन पाने का रेजोल्यूशन लेते हैं। सवाल ये है कि यह कैसे संभव होगा? इसका सीधा जवाब ये है– “जब हमारी सेहत अच्छी रहेगी।” स्वास्थ्य अच्छा होगा तो जीवन के बाकी सारे काम भी अच्छे होंगे। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज हम 6 हेल्थ रेजोल्यूशन लेकर आए हैं। एक्सपर्ट: डॉ. अमृता मिश्रा, न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटेटिक्स, नई दिल्ली ये ऐसे रेजोल्यूशन नहीं हैं, जिसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़े। हम नहीं कह रहे कि सुबह 5 बजे उठकर दौड़ लगाइए। हम यह भी नहीं कह रहे कि छोले-भटूरे या पूड़ियों का जायका मत लीजिए। हम बस ये कह रहे कि नीचे लिखी 6 बातों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बना लीजिए। ये 6 बातें क्या हैं, आइए देखते हैं– 1. लंच–डिनर से पहले एक प्लेट सलाद खाना है इस रेजोल्यूशन में कोई मेहनत नहीं लगेगी। खाना खाने से पहले एक गाजर, एक मूली, एक खीरा और एक टमाटर ही तो काटकर खाना है। न पकाने का झंझट, न सहेजने का। पांच मिनट का काम है। अच्छी बात ये है कि इनमें से कोई चीज महंगी और रेयर भी नहीं है। आधा किलो गाजर का दाम एक चिप्स के पैकेट से भी कम है। एक प्लेट सलाद खाने के बाद आप जो चाहे खा सकते हैं। पूड़ी और छोले भटूरे भी, चाट और समोसा भी। कुछ भी खाने से पहले फाइबर और विटामिन्स से भरपूर एक प्लेट सलाद खाने से क्या फायदा होता है, नीचे ग्राफिक में देखिए– 2. जहां भी लिफ्ट या एलिवेटर हो, सीढ़ियों का ही इस्तेमाल करना है कुछेक मंजिल सीढ़ियां चढ़ने में भला कितनी मेहनत लगती है। यह करके देखिए, तब आपको समझ आएगा कि कितना आसान रेजोल्यूशन है। अगर आपके पास बहुत भारी सामान नहीं है या आप बीमार नहीं हैं तो यह करना आसान है। अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज के मुताबिक, सीढ़ियां चढ़ने से हर मिनट 8 से 11 कैलोरी बर्न होती हैं। अगर आप रोज सिर्फ 20 सीढ़ियां भी चढ़ते हैं तो साल भर में बिना कोई एक्सरसाइज किए 4 किलो तक वजन कम हो सकता है। इसके और भी बहुत फायदे हैं। ग्राफिक में देखिए: 3. बाइक, कार से नहीं, पैदल चलना है आमतौर पर सब्जी या दूध की दुकान घर से बहुत दूर नहीं होती। बमुश्किल 500 से 1000 कदम चलने होते हैं। लेकिन इतनी दूरी के लिए भी हम बाइक, कार लेते हैं। इस साल ये छोटा सा रेजोल्यूशन लें कि एकाध किलोमीटर की दूरी के लिए कभी ऑटो, कार, बाइक नहीं लेंगे, बल्कि पैदल ही जाएंगे। यह करना बहुत आसान है। इसी बहाने शुबह-शाम वॉक हो जाएगी। अगर आप इस मामूली से काम को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बना लें तो ये 8 फायदे होंगे– मेडिसिन जर्नल ‘स्प्रिंगर’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, अगर कोई रोजाना सिर्फ 3800 कदम पैदल चलता है तो उसे डिमेंशिया होने का जोखिम 25% तक कम हो जाता है। जो लोग रोज लगभग 10000 कदम पैदल चलते हैं, उन्हें डिमेंशिया का जोखिम 70% तक कम हो जाता है। इसके और भी कई फायदे हैं, ग्राफिक में देखिए: 4. भूख लगे तो बिस्किट-चिप्स, केक का पैकेट खरीदकर नहीं खाना है ये बहुत छोटा और आसान रेजोल्यूशन है। हम अक्सर भूख लगने पर चिप्स या बिस्किट का पैकेट खोलकर खा लेते हैं। बेशक इसे खाने पर पेट भरा महसूस होता है, ढेर सारी कैलोरीज भी मिल जाती हैं। लेकिन न्यूट्रिशन के नाम पर कुछ नहीं मिलता। पैकेज्ड फूड लाइफस्टाइल और क्रॉनिक डिजीज का जोखिम भी बढ़ाते हैं। इसलिए हमेशा अपने बैग में ड्राय फ्रूट या कोई मौसमी फल रखिए। भुनी मूंगफली या मखाना रख लीजिए। ताकि भूख लगने पर चिप्स का पैकेट न खरीदें। ये करने से कितना फायदा होगा, नीचे ग्राफिक में देखिए: 5. प्यास लगे तो कोल्डड्रिंक नहीं, पानी पीना है ये एक ट्रेंड सा बन गया है कि अगर लोग घर से बाहर हैं और प्यास लगी है, गला सूख रहा है तो तुरंत कोल्डड्रिंक खरीदकर पी लेते हैं। यह खराब आदत है। इससे सेहत को सिर्फ नुकसान होता है। पैसे खर्च करके हम बीमारियां बुला रहे हैं। इस साल रेजोल्यूशन लें कि प्यास लगने पर सिर्फ पानी ही पिएंगे और एक पानी बोतल हमेशा साथ रखेंगे। ऐसा करने से ये चीजें होंगी– 6. अब से डिनर 7 बजे से पहले खाएंगे इस नए साल का आखिरी और सबसे आसान हेल्थ रेजोल्यूशन ये है कि रात का खाना 7 बजे से पहले खा लीजिए। इसके लिए बहुत मेहनत नहीं करनी है। 8-9 बजे तो डिनर करते ही हैं। उस टाइम को थोड़ा पुश करके 1-2 घंटे पहले खा लीजिए। आप सोच भी नहीं सकते कि इस छोटे से रेजोल्यूशन से कितने कमाल के फायदे होंगे। ग्राफिक में देखिए: ये छोटे-छोटे 6 रेजोल्यूशन बहुत सी बीमारियों से बचा सकते हैं और जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। सबसे खास बात ये कि इसे करने के लिए अलग से कोई मेहनत नहीं करनी है। ……………
ये खबर भी पढ़ें
गुडबाय 2024: 80% लोग 12 जनवरी तक भूल जाते न्यू ईयर रेजोल्यूशन: हैबिट एक्सपर्ट से जानिए, अच्छी आदतों पर कैसे टिके रहें नया साल मतलब नए रेजोल्यूशंस का साल। प्यू रिसर्च सेंटर की 2022 के सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में 10 में से 3 लोग नए साल पर कोई रेजोल्यूशन लेते हैं। पूरी खबर यहां पढ़िए…
Source: Health

Please follow and like us:
Follow by Email
Pinterest
Instagram