सर्दियों के सुपरफूड- रागी खाने के 10 बड़े कारण:डायबिटिक लोगों के लिए फायदेमंद, इंफ्लेमेशन घटाए, किन लोगों को नहीं खाना चाहिए
By : Devadmin -
उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है। लोगों के कंबल और शॉल निकल आए हैं। ठंड के मौसम की सबसे सबसे खूबसूरत चीज ये है कि इन दिनों खाने के विकल्प कई गुना बढ़ जाते हैं। सबसे ज्यादा रंग–बिरंगी सब्जियां और फल ठंड में ही मिलते हैं। सबसे ज्यादा तरह के अनाज भी इसी मौसम में खाए जाते हैं। मिलेट्स की तासीर गर्म होती है तो इन्हें खाने का आनंद भी सबसे ज्यादा इसी मौसम में आता है। इंसानों ने जब धरती पर अनाज उगाना शुरू किया तो सबसे पहले मिलेट्स उगाए। आज से हजारों साल पहले पूरे अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया में मिलेट्स ही उगाए जाते थे। इनमें से एक अनाज रागी भी था। इसके बाद इंसान ने सभ्यता की सीढ़ियां चढ़ीं, शहर बसाए और हमारे खाने की थाली का कंट्रोल फूड प्रोडक्शन कंपनियों के पास चला गया। बिजनेसमैन ऐसी फसलें लेकर आए, जिन्हें खाद और पानी की मदद से बहुत अधिक मात्रा में उगाया जाने लगा। किसानों को इसमें फायदा हुआ तो रागी खेत और किचेन से गायब होने लगा। रागी की फसल में बहुत सिंचाई और खाद की जरूरत नहीं पड़ती है तो इसे सिर्फ गरीब तबका उगाता रहा। अब साइंस और फूड साइंटिस्ट इसे सुपरफूड कह रहे हैं। वही रागी अब सुपर मार्केट में पहले से 20 गुना अधिक दाम में बिक रहा है। पीएम मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी इसका जिक्र किया था। रागी लो ग्लाइसेमिक फूड है तो यह डायबिटिक लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है। यह वेट लॉस में भी मददगार है। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और यह कैंसर के जोखिम से भी बचाता है। इसलिए आज ‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में बात करेंगे रागी की। साथ ही जानेंगे कि- रागी की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है? रागी कार्ब्स और प्रोटीन से भरपूर होता है। इसे खाकर एनर्जी तो मिलती ही है, देर तक पेट भी भरा हुआ महसूस होता है। इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर से पाचन में मदद मिलती है। इसके अलावा रागी में कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स भी होते हैं। रागी में कौन से पोषक तत्व होते हैं, ग्राफिक में देखिए: रोजाना रागी खाने से होते हैं कमाल के फायदे यह कितनी कमाल की बात है न कि जो फूड हमारी थाली का हिस्सा है, वह एक दवा की तरह भी काम कर रहा है। रागी एक ऐसा ही अनाज है, जो खाने में स्वादिष्ट होने के साथ कई मेडिसिनल प्रॉपर्टीज से भी भरपूर है। यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने के कारण नेचुरल रिलैक्सेंट की तरह काम करता है। मैग्नीशियम से भरपूर होने के कारण ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और हार्ट हेल्थ इंप्रूव होती है। इससे सेहत को और क्या फायदे होते हैं, ग्राफिक में देखिए: रागी से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब सवाल: क्या रोजमर्रा के भोजन में रागी की रोटी खा सकते हैं? जवाब: हां, रोज रागी खाना सुरक्षित है और यह हमारी डाइट को न्यूट्रिशन रिच बनाता है। इसमें मौजूद फाइबर, कैल्शियम और आयरन इसे लाभकारी बनाते हैं। यह डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद है। सवाल: क्या रागी के सेवन से हमारा शरीर कमजोर हो जाता है? जवाब: नहीं, यह गलत अवधारणा है। असल में रागी में फाइटिक एसिड होता है, जिसके कारण शरीर के लिए जिंक, आयरन और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स का एब्जॉर्पशन थोड़ा मुश्किल हो जाता है। आमतौर पर इससे सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है, उल्टे कई फायदे जरूर होते हैं। सवाल: क्या डायबिटिक लोग रागी खा सकते हैं? जवाब: हां, बिल्कुल खा सकते हैं और यह सेफ भी है। रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। डॉक्टर डायबिटिक लोगों को लो ग्लाइसेमिक फूड खाने की ही सलाह देते हैं। सवाल: क्या ग्लूटेन सेंसिटिव और सीलिएक डिजीज से पीड़ित लोग रागी खा सकते हैं? जवाब: हां, रागी एक ग्लूटेन-फ्री साबुत अनाज है, इसलिए यह सीलिएक डिजीज में और ग्लूटेन सेंसिटिव लोगों के लिए सेफ है। सीलिएक एक क्रॉनिक डाइजेस्टिव और इम्यून डिसऑर्डर है। इन लोगों को गेहूं आदि का आटा खाने से आंत में सूजन, दर्द और मतली की समस्या हो सकती है। सवाल: किन लोगों को रागी नहीं खाना चाहिए? जवाब: आमतौर पर रागी सबके लिए सेफ अनाज है, लेकिन इससे कुछ लोगों को समस्या हो सकती है। इन लोगों को नहीं खाना चाहिए रागी: सवाल: क्या प्रेग्नेंसी के दौरान रागी खा सकते हैं? जवाब: हां, प्रेग्नेंसी में रागी खाना सेफ और लाभकारी भी है। इस दौरान महिलाओं की आयरन और कैल्शियम की जरूरत बढ़ जाती है। चूंकि रागी में भरपूर मात्रा में आयरन और कैल्शियम होता है तो यह उनकी जरूरतों को पूरा कर सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान पाचन से जुड़ी समस्याएं भी अधिक होती हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन में मदद कर सकता है। सवाल: क्या रागी खाने के कुछ नुकसान भी हैं? जवाब: आमतौर पर रागी खाने से कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन इसके बहुत ज्यादा सेवन से पेट में सूजन, गैस हो सकती है और डायरिया भी हो सकता है। रेयर मामलों में कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। अगर रागी खाने से खुजली, चकत्ते या सांस लेने में मुश्किल हो रही है तो इसका सेवन बंद करके डॉक्टर से सलाह लें। सवाल: क्या रागी का आटा खाने से किडनी स्टोन हो जाता है? जवाब: रागी में ऑक्सेलिक एसिड होता है। इसलिए बहुत ज्यादा रागी खाने से किडनी स्टोन हो सकता है। जिन लोगों को पहले कभी किडनी स्टोन रहा है या ऑक्सेलेट से जुड़ी कोई समस्या है तो उन्हें रागी का सेवन लिमिट में करना चाहिए। सवाल: क्या रागी खाने से सीने में दर्द की समस्या हो सकती है? जवाब: रागी में शरीर के लिए महत्वपूर्ण मिनरल पोटेशियम होता है। इससे सेहत को कई लाभ होते हैं, लेकिन शरीर में पोटेशियम की मात्रा बढ़ने से मतली, सीने में दर्द और शरीर में झुनझुनाहट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए रागी का सेवन लिमिट में ही करें। …………………………..
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Source: Health