सर्दियों के सुपरफूड- तिल खाने से दिमाग तेज होता है:कैल्शियम, आयरन से भरपूर, डॉक्टर से जानिए 10 फायदे और साइड इफेक्ट
By : Devadmin -
‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आज का फूड है दादी-नानी का फेवरेट तिल। सर्दियों में आपने तिल और गुड़ के बने लड्डू खूब खाए होंगे। ठंड के त्योहार मकर संक्रांति और सकट चौथ में भी इसका विशेष महत्व है। दरअसल तिल सर्दियों का सुपरफूड है। तिल से बनी चीजें खाने में जितनी स्वादिष्ट होती हैं, सेहत के लिए भी उतनी फायदेमंद होती हैं। तिल में प्रोटीन, विटामिन और ओमेगा 6 जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। यह आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स का भी अच्छा सोर्स है। तिल की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में इसे खाने से शरीर में गर्माहट बनी रहती है। यह दिल और दिमाग की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और डाइजेस्टिव हेल्थ अच्छी बनी रहती है। इसलिए ‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आज बात करेंगे तिल की। साथ ही जानेंगे कि- नानी बनाती हैं तिल के लड्डू दादी-नानी आज भी सर्दियों में तिल और गुड़ के स्वादिष्ट लड्डू बनाती हैं। इससे शरीर में गर्माहट बनी रहती है और शरीर को ढेर सारे पोषक तत्व भी मिलते हैं। तिल की खास बात ये है कि इसकी न्यूट्रिशनल डेंसिटी बहुत हाई होती है। इसका मतलब है कि बहुत कम मात्रा में भी ढेर सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं। तिल की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है, ग्राफिक में देखिए: तिल में हैं ढेर सारे मिनरल्स तिल में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और पोटेशियम जैसे मिनरल्स होते हैं। इसमें विटामिन B6 भी होता है। आइए ग्राफिक में देखते हैं कि शरीर की रोजाना जरूरत के कितने मिनरल्स तिल खाने से मिलते हैं। तिल खाना सेहत के लिए फायदेमंद इंडियन किचेन में मौजूद ज्यादातर चीजें हमारी सेहत के लिए बेहद लाभकारी होती हैं। कई बीमारियों का इलाज हमारे किचन में रखे अनाज और मसालों में छिपा होता है। इसी तरह तिल भी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। तिल में मैग्नीशियम की मौजूदगी से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में बना रहता है। हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए तिल काफी फायदेमंद हो सकता है। कैल्शियम की मौजूदगी से हड्डियां मजबूत होती हैं। ये एनीमिया के जोखिम से भी बचात है। तिल खाने के और क्या फायदे हैं, ग्राफिक में देखिए: हड्डियां मजबूत होती हैं तिल में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज और जिंक होता है। हड्डियों की मजबूती के लिए ये पोषक तत्व बेहद जरूरी हैं। इसके अलावा तिल इंफ्लेमेशन दूर करता है। इसलिए तिल खाने से जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। डाइजेस्टिव हेल्थ सुधरती है पूरी दुनिया में भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण पाचन और कब्ज की समस्या बढ़ रही है। तिल में मौजूद फाइबर पाचन को आसान बनाता है। इसके सेवन से कब्ज और अपच जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं। हार्ट हेल्थ में सुधार होता है तिल खाने से हाइपरटेंशन और हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ट्राईग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम होता है। दिल की ज्यादातर बीमारियों के लिए हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और ट्राईग्लिसराइड्स जिम्मेदार होते हैं। इनके कंट्रोल में रहने से हार्ट हेल्थ अच्छी रहती है। तिल से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब सवाल: तिल खाने का सही समय और तरीका क्या है? जवाब: आप दिन में किसी भी समय तिल खा सकते हैं। हालांकि, इन्हें अलग-अलग समय में खाने पर अलग फायदे हो सकते हैं। अगर सुबह के समय तिल खाते हैं तो कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्वों का एब्जॉर्पशन आसान होता है। अगर सोने से पहले खाते हैं तो क्वालिटी स्लीप में सुधार हो सकता है क्योंकि तिल ट्रिप्टोफेन (Tryptophan) से भरपूर होता है। अगर भोजन के साथ शाम को तिल खाते हैं तो इससे पाचन में मदद मिल सकती है। इसे गुड़ के साथ लड्डू बनाकर खा सकते हैं। तिल का तेल भी फायदेमंद है। इसे किसी चीज में मिलाए बिना भी खा सकते हैं। सवाल: क्या तिल खाने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं? जवाब: हां, बिल्कुल हो सकते हैं। जिस तरह मूंगफली और बादाम खाने से एलर्जिक रिएक्शन होते हैं, उसी तरह तिल खाने से भी हो सकते हैं। तिल दुनिया का 9वां सबसे एलर्जिक फूड है। इसमें 2S एल्ब्यूमिन प्रोटीन और एमिनो एसिड होता है। हमारा इम्यून सिस्टम इन प्रोटीन के साथ ओवर रिएक्ट कर सकता है। इसके कारण एलर्जिक रिएक्शन सामने आते हैं। तिल खाने से मतली, खुजली या सांस लेने में समस्या हो सकती है। अगर आपको ऐसा कोई भी एलर्जिक रिएक्शन होता है तो तिल खाना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें। सवाल: क्या तिल खाने से मिसकैरेज का खतरा होता है? जवाब: नहीं, यह सच नहीं है। इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। सच ये है कि तिल में आयरन, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद हैं। हालांकि आमतौर पर डॉक्टर महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान पहली तिमाही में तिल न खाने की सलाह देते हैं क्योंकि इससे उन्हें मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है। सवाल: क्या तिल खाने से बाल झड़ने लगते हैं? जवाब: नहीं, यह सच नहीं है। इसके उलट तिल हेयरफॉल रोक सकते हैं और उनके विकास में मदद कर सकते हैं। तिल में मौजूद ओमेगा-3, ओमेगा-6 और ओमेगा-9 फैटी एसिड स्काल्प में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इससे बालों की जड़ को पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिलता है। तिल कॉपर, फास्फोरस, जिंक, आयरन, विटामिन B1 और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। इससे स्काल्प हेल्दी रहता है और हेयरफॉल कम होता है। सवाल: क्या तिल खाने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं? जवाब: जिन लोगों को तिल से एलर्जी है, उन्हें उल्टी हो सकती है और ब्रीदिंग प्रॉब्लम हो सकती है। इससे कब्ज हो सकता है और अपेंडिक्स में दर्द हो सकता है। तिल में साइकोएक्टिव कंपाउंड THC होता है। यह ड्रग्स टेस्ट होने पर सामने आ सकता है। इसलिए ज्यादातर प्रोफेशनल स्पोर्ट्स पर्सन तिल खाने से बचते हैं। सवाल: किन लोगों को तिल नहीं खाना चाहिए? जवाब: इन लोगों को तिल नहीं खाना चाहिए: …………………………..
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Source: Health