सर्दियों के सुपरफूड- ठंड में आंवला खाने के 12 कारण:आयुर्वेद में माना जाता है अमृत, विटामिन्स का खजाना, किसे नहीं खाना चाहिए?
By : Devadmin -
आज से हम एक सीरीज शुरू कर रहे हैं– ‘सर्दियों के सुपरफूड।’ ठंड ने दस्तक दे दी है। जाड़े के फल–सब्जियों से भरी हुई सब्जी मंडियों का नजारा देखने लायक है। प्रकृति यूं तो पूरे साल ही न्यूट्रिशन से भरपूर चीजें देती हैं, लेकिन सर्दियों पर वह खासी मेहरबान है। इस सीरीज में अगले 12 दिनों तक हम बात करेंगे सर्दियों के उन 12 सुपरफूड्स की, जो न्यूट्रिशन का खजाना है। आज इस सीरीज की पहली कड़ी में पेश है– आंवला। आंवले के पेड़ का इतिहास भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं से भी जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि एक बार जब ब्रह्मा जी विष्णु भगवान के ध्यान में लीन थे, तभी उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। जब ये आंसू जमीन पर गिरे तो उससे आंवले का पेड़ उग आया। आंवला यहीं से धरती पर अस्तित्व में आया। पौराणिक काल में माना जाता था कि अमृत में सभी रस समाहित होते हैं। इसलिए यह अमरता प्रदान कर सकता है। जबकि आंवले और हरड़ (हर्र) में पांच रस होते हैं। इसलिए इन्हें इस मामले में अमृत के बाद दूसरे स्थान पर रखा गया है। आयुर्वेद में आंवले के रस को ऐसा रसायन माना जाता है, जो बुढ़ापे को रोक सकता है। यह इतना गुणकारी फल है कि आयुर्वेद में इसे प्रकृति का वरदान कहा जाता है। आंवले में विटामिन C, A, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसमें एंटी-एजिंग, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी होते हैं। इन्हीं गुणों के कारण यह सेहत के लिए इतना लाभकारी फल है। इसलिए आज ‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आंवले की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- आंवले में कौन से पोषक तत्व होते हैं? आंवला कई तरह के विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसमें पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर बाउल मूवमेंट को नियमित रखने में मदद कर सकता है। आंवला खाने से देर तक भूख का एहसास नहीं होता है, जिससे वेट मैनेजमेंट में भी मदद मिलती है। इसमें कौन से पोषक तत्व होते हैं, ग्राफिक में देखिए: अब सवाल ये हो सकता है कि आंवला इतने विटामिन, मिनरल्स और पोषक तत्वों का भंडार है तो इसके फायदे कितने जबरदस्त होंगे। इसका जवाब ये है कि आंवला बेहद गुणकारी फल है, इससे ढेर सारे फायदे होते हैं। आंवला खाने से सुधरती है सेहत आंवला खाने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इससे बाल काले और घने बने रहते हैं और आंखों की रोशनी तेज होती है। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम अच्छा रहता है और वजन कम करने में मदद मिलती है। आंवला हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी बीमारियों की आशंका को भी कम कर सकता है। आइए ग्राफिक में देखते हैं, इसके बड़े फायदे: ग्राफिक में दिए कुछ पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं: इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है आंवला विटामिन C का बहुत अच्छा सोर्स है। यह इम्यून फंक्शन के लिए महत्वपूर्ण माइक्रो न्यूट्रिएंट है। अच्छी बात ये है कि विटामिन C वाटर सॉल्यूबल होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में नवंबर, 2019 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, आंवले में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट हमें ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। इससे हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। आंवला खाने से सुधरती है हार्ट हेल्थ प्रतिदिन आंवला खाने से हार्ट डिजीज के कई जोखिम कम हो सकते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल, ट्राइग्लिसराइड लेवल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहते हैं। इसके अलावा इंफ्लेमेशन भी कम होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में साल 2015 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, इसके प्रतिदिन सेवन से मोटे लोगों में भी हार्ट हेल्थ का जोखिम कम हो जाता है। बालों की सेहत सुधरती है आंवले का नियमित सेवन करने से बालों की सेहत सुधरती है। इसका सीरम भी काफी कारगर होता है। आंवला खास तरह के एंजाइम की एक्टिविटी को ब्लॉक करके बाल उगने के लिए जरूरी सेल्स को बढ़ावा देता है। विटामिन C से हेयर फॉल रुकता है और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी से डैंड्रफ खत्म होता है। किडनी हेल्थ सुधरती है आंवले का नियमित सेवन करने से किडनी की सेहत में सुधार होता है। यह किडनी की फंक्शनिंग में भी मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस कम करके किडनी में हो रहे उम्र संबंधी डिसफंक्शन को रोकता है। त्वचा स्वस्थ और चमकदार होती है आंवला हमारे शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। यह स्किन के दाग-धब्बों को कम करता है। स्किन के पोर्स (रोमछिद्रों) को टाइट करता है, जिससे स्किन अधिक स्वस्थ और चमकदार दिखती है। आंखों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है आंवला कैरोटीन से भरपूर होता है। इसे खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है। आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुचेता रे कहती हैं कि रोज आंवला और शहद खाना आंखों की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाता है अगर प्रतिदिन आंवला खाया जाए तो ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और नर्व हेल्थ में सुधार होता है। आंवला डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। इससे ध्यान लगाने की क्षमता और मेमोरी पावर भी अच्छी होती है। लेकिन याद रहे कि अगर किसी को डिमेंशिया या अल्जाइमर्स है तो आंवला खाने से सुधार नहीं होगा। उसके लिए आपको डॉक्टरी सलाह जरूरी है। वेट मैनेजमेंट में मददगार है आंवला मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। इससे शरीर में मौजूद फैट कम होता है। इसमें भरपूर मात्रा में डाइटरी फाइबर होता है, जो वेट मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कई बार सीधे आंवला खाना मुश्किल होता है। इसलिए जूस बनाकर इसे आसानी से पी सकते हैं। आंवले का जूस कैसे बनाते हैं? आंवले का जूस घर पर ही आसानी से बनाया जा सकता है। अगर इसका गूदा (पल्प) फेंकना है तो किसी छन्नी की मदद से अच्छी तरह छान सकते हैं। हालांकि इसका गूदा भी स्वादिष्ट होता है। इसमें ढेर सारा फाइबर होता है तो छानने की बजाय इसे ऐसे ही पी सकते हैं। आंवले से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब सवाल: एक दिन में कितना आंवला खाना चाहिए? जवाब: रोज 1-2 आंवला खाना सेफ माना जाता है। आंवले में विटामिन C की मात्रा ज्यादा होती है। अगर इसे ज्यादा मात्रा में खाया जाए तो कब्ज या डायरिया हो सकता है। सवाल: क्या आंवला खाने के कोई नुकसान भी हैं? जवाब: आमतौर पर आंवला खाने से कोई समस्या नहीं होती है। हालाांकि बहुत ज्यादा आंवला खाने से ये नुकसान हो सकते हैं– सवाल: किन लोगों को आंवला नहीं खाना चाहिए? जवाब: इन लोगों को आंवला नहीं खाना चाहिए– सवाल: आंवला खाने का सबसे सही समय क्या है? जवाब: सुबह खाली पेट आंवले का जूस पीना सबसे अधिक फायदेमंद होता है। खाली पेट आंवला खाने से इसमें मौजूद न्यूट्रिशन का एब्जॉर्पशन सबसे ज्यादा होता है। इससे आप पूरे दिन एनर्जेटिक और फ्रेश फील करते हैं। ………………………….
सेहत से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए
सेहतनामा- रोज एक सेब खाओगे तो डॉक्टर दूर भगाओगे: सेब है प्रकृति का वरदान, कैंसर और हार्ट डिजीज का दुश्मन ‘ऐन एप्पल अ डे, कीप्स डॉक्टर अवे।’ ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी। इसका मतलब है कि अगर आप रोज एक सेब खाते हैं तो आपको कोई बीमारी नहीं घेरेगी और डॉक्टर के पास जाने की नौबत नहीं आएगी। पूरी खबर पढ़िए…
Source: Health