सेहतनामा- दिवाली पर मिठाइयों और पकवानों से बढ़ गया वजन:न्यूट्रिशनिस्ट से जानिए कैसे बर्न कर सकते हैं फेस्टिव फैट

भारत में सेलिब्रेशन का मतलब है, कुछ मीठा हो जाए। दिवाली भी रोशनी और खुशियों के साथ स्वादिष्ट मिठाइयों का त्योहार है। यह भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने का सेलिब्रेशन है। कभी त्रेता युग में शुरू हुई मिठाइयों और दीयों की ये परंपरा आज तक चली आ रही है। खास बात ये है कि यह सिर्फ एक दिन का त्योहार नहीं है। लगभग हफ्ते भर का फुल पैकेज फेस्टिवल है। इसमें लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ जश्न मनाते हैं और जी भरकर मिठाइयां खाते हैं। हफ्ते भर स्वादिष्ट पकवानों और मिठाइयों के इस आनंद से हमारा कैलोरी कंजंप्शन बहुत बढ़ जाता है। नतीजतन हमारा वजन तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा मिठाइयों और पकवानों के ज्यादा सेवन से हमारे शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं। यह शरीर के लिए एक अलग चुनौती की तरह है। मोटापा और टॉक्सिन्स मिलकर कई सारी बीमारियों का जोखिम भी पैदा करते हैं। इसलिए आज सेहतनामा में फेस्टिव फैट की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- त्योहार में तेजी से बढ़ता है वजन त्योहार के दिनों में कई लोग बहुत अधिक मात्रा में मिठाइयों का सेवन करते हैं। इन दिनों खाने की ज्यादातर चीजें बहुत तली-भुनी होती हैं। कुल मिलाकर त्योहार के दिनों में खाई जाने वाली ज्यादातर चीजें हाई कैलोरी फूड्स हैं। इसलिए तेजी से वजन बढ़ता है। कई लोग त्योहार से पहले ही एहतियात के तौर पर कार्ब और शुगरी फूड का सेवन बंद कर देते हैं। बहुत अधिक शुगरी फूड खाना या इन्हें पूरी तरह अवॉइड करना, दोनों ही तरीके हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। हमें भोजन से पूरी तरह कार्ब्स और फैट कट नहीं करना चाहिए क्योंकि यह बैलेंस्ड डाइट और इंस्टेंट एनर्जी के लिए बहुत जरूरी है। हालांकि, इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि इसकी मात्रा सीमित हो। फेस्टिव फैट क्या होता है? त्योहार के दौरान बढ़े वजन को फेस्टिव फैट कहा जाता है। आमतौर पर त्योहार के खानपान से लोगों का वजन बढ़ जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह त्योहारों के समय हाई कैलोरी वाले फूड का सेवन है। यह वजन आमतौर पर ऐसे फूड से बढ़ता है, जिनमें शुगर, कार्बोहाइड्रेट और अधिक फैट शामिल होता है। फेस्टिव फैट के मुख्य कारण फेस्टिव फैट के प्रमुख कारणों में त्योहार के दिनों में मिठाइयों का अधिक सेवन शामिल है। लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन जैसी मिठाइयों में अधिक मात्रा में शुगर और फैट शामिल होता है। शुगर और फैट दोनों वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके अलावा कचौड़ी, चिप्स और नमकीन जैसे तले हुए पकवानों के सेवन से त्योहार में वजन बढ़ जाता है। इस दौरान हम अपनी नियमित खान-पान की दिनचर्या को छोड़कर असंतुलित भोजन करने लगते हैं, जिससे मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव पड़ता है और वजन बढ़ जाता है। लंच-डिनर स्किप करने के बाद भी वजन बढ़ जाता है हममें से बहुत लोग त्योहार के दौरान मिठाई और कोई पकवान खाने के बाद लंच या डिनर नहीं करते हैं। इसके बावजूद उनका वजन बढ़ जाता है। ऐसे में वे लोग सोचते हैं कि थोड़ा खाने के बाद, लंच-डिनर स्किप किया, फिर भी हमारा वजन क्यों बढ़ गया? इसका कारण ये है कि उनकी रेगुलर थाली की तुलना में इन दिनों खाए गए स्नैक्स और मिठाइयों में अधिक कैलोरी होती है। इसे ऐसे समझिए कि एक समोसे में 300 कैलोरी और गुलाब जामुन में 200 कैलोरी हो सकती है। त्योहार के दौरान दिनचर्या में बदलाव भी वजह त्योहार के दौरान छुट्टियों के चलते और घर आए फैमिली मेंबर्स के बीच हमारी दिनचर्या बदल जाती है। हम अधिकांश समय घर पर बिताते हैं और जो कुछ खाते हैं, उससे मिली कैलोरीज बर्न नहीं कर पाते हैं। ज्यादातर लोग इन दिनों एक्सरसाइज स्किप कर देते हैं। इससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इसलिए वजन वजन बढ़ जाता है। छोटे स्नैक्स में होती है ढेर सारी कैलोरी त्योहार के दौरान हम टीवी देखते हुए चिप्स के पैकेट, घर पर बने स्नैक्स लेकर बैठ जाते हैं। हम सोचते हैं कि थोड़ा खाने से वजन नहीं बढ़ेगा। जबकि इन छोटे-छोटे स्नैक्स में अधिक कैलोरी होती है, जिससे हमारा वजन बढ़ जाता है। इस तरह घटाएं फेस्टिव फैट दिवाली के बाद इस बढ़े हुए वजन को घटाने के लिए कुछ उपाय हैं। हालांकि, वजन घटाना काफी मुश्किल काम होता है, लेकिन आज हम ऐसे आसान तरीकों के बारे में बताएंगे, जो कई बड़े एथलीट्स से लेकर सेलिब्रिटी तक अपनाते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग से वजन घटा सकते हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग में आप 16 घंटे तक खाना छोड़ सकते हैं और 8 घंटे के दौरान भोजन कर सकते हैं। यह फास्टिंग सप्ताह में सिर्फ दो दिन करनी होती है। यह प्रक्रिया वजन कम करने और पाचन में सुधार करने में मदद करती है। पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर, हॉलीवुड अभिनेता ह्यू जैकमैन और जैकी चैन जैसे कई लोग फिट रहने के लिए इस तरीके को अपनाते हैं। बॉडी डिटॉक्स करें ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं। साथ ही टॉक्सिन्स और फैट कम करते हैं। सुबह-सुबह गुनगुने पानी में नींबू पानी, नारियल पानी और जीरा पानी का सेवन करके वजन घटा सकते हैं। शुरू कर दें व्यायाम अगर आपने त्योहारी सीजन में वर्कआउट स्किप किया है तो अब इसे फिर से शुरू कर देना चाहिए। योग के साथ जॉगिंग, ब्रिस्क वॉक, साइक्लिंग और स्विमिंग जैसी कार्डियो एक्सरसाइज से कैलोरी बर्न कर सकते हैं। खाने में फाइबर और प्रोटीन को शामिल करें फाइबर और प्रोटीन युक्त भोजन से क्रेविंग्स कम होती है और पेट भरा हुआ महसूस होता है। हमें अपनी डाइट में सलाद, ताजे फल, हरी सब्जियां, मूंग, चना दाल और टोफू शामिल करने चाहिए। खूब पानी पिएं पानी शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। रोजाना कम-से-कम 8-10 गिलास पानी पिएं। पर्याप्त नींद जरूरी नींद की कमी से भी वजन बढ़ता है। त्योहार के बाद कम-से-कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। इस दौरान आपका शरीर खुद को रीजेनरेट करता है और मेटाबॉल्जिम बूस्ट करता है। इससे फैट बर्न करने में मदद मिलती है। हमें दिवाली के दौरान या बाद अपने स्वास्थ्य का भी उतना ख्याल रखना चाहिए, जितना हमने त्योहार की खुशियों का रखा। एक स्वस्थ और फिट जीवनशैली ही असली त्योहार है, जिसे हम हर दिन सेलिब्रेट कर सकते हैं। ………….. सेहत से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए सेहतनामा- डियर सिस्टर, अपने बारे में जानिए:पीरियड लिटरेसी जरूरी, बेसिक हाइजीन और अवेयरनेस से खूबसूरत बनेगी जिंदगी पीरियड्स को लेकर शर्म और कम जानकारी के कारण एनीमिया हो जाता है, वेजाइनल इन्फेक्शन होते हैं, यूट्रस इन्फेक्शन होते हैं, कई बार तो यह कैंसर में भी बदल जाता है। पूरी खबर पढ़ें
Source: Health

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