सेहतनामा- एक्टर विकास सेठी की साइलेंट हार्ट अटैक से मौत:अपच, बदहजमी भी है हार्ट अटैक का संकेत, जानिए शरीर कैसे मदद मांगता है

टीवी एक्टर विकास सेठी हिंदी सीरियल्स का जाना-माना नाम हैं। उन्होंने ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ और ‘कसौटी जिंदगी की’ जैसे लोकप्रिय सीरियल्स में काम किया है। रविवार को दिल का दौरा पड़ने से महज 48 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। वह रात में सोए और सुबह जगाने पर पता चला कि उनकी मौत हो गई है। डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक हुआ था। इसलिए किसी को कुछ पता नहीं चल पाया। उनकी पत्नी जान्हवी ने एक इंटरव्यू में बताया है कि एक्टर की मौत से पहले उन्हें पाचन संबंधी गंभीर समस्याएं हो रही थीं। पति-पत्नी एक फैमिली इवेंट में हिस्सा लेने के लिए नासिक गए थे, तभी उन्हें अचानक मतली और पेट खराब होने की समस्या हुई। घर पहुंचने पर उन्हें उल्टी और दस्त होने लगे। तबीयत ठीक नहीं होने के कारण वह हॉस्पिटल नहीं जाना चाहते थे तो डॉक्टर को घर पर ही बुला लिया गया। जब रविवार को सुबह करीब 6 बजे उनकी पत्नी जगाने गई, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर ने बताया कि रात नींद में ही दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, हर 5 में से एक हार्ट अटैक के मामले में अटैक के बहुत स्पष्ट संकेत नहीं मिलते हैं। इसलिए मेडिकल हेल्प में देरी होने के कारण लोगों की मौत हो जाती है। इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में बात करेंगे साइलेंट हार्ट अटैक की। साथ ही जानेंगे कि- हमारा शरीर है दुनिया की सबसे इंटेलीजेंट मशीनरी साइलेंट हार्ट अटैक के मामले में आम धारणा है कि हमारा शरीर हार्ट अटैक से पहले कोई संकेत नहीं देता है। जबकि ऐसा नहीं है। एक छोटी सी चींटी के काटने पर भी हमारा शरीर इसके बारे में हमें बताता है। ऐसे में हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या को तो इग्नोर करने का सवाल ही नहीं उठता है। इस बारे में विश्व प्रसिद्ध डॉक्टर और लेखक गाबोर माते अपनी किताब ‘व्हेन द बॉडी सेज नो’ में लिखते हैं: बाहरी दुनिया ने हमें खुद से दूर कर दिया कानपुर के हृदय रोग संस्थान में वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अवधेश शर्मा कहते हैं कि हमारा शरीर हमें हर छोटी समस्या का संकेत देता है। वह हमसे मदद मांग रहा होता है। जबकि हम बाहरी दुनिया में इतने मशगूल होते हैं कि अपने शरीर की आवाज ही नहीं सुन पाते। हमें यह भी नहीं समझ आता है कि हमारा शरीर हमसे क्या कहना चाह रहा है। अपच और उल्टी भी हो सकते हैं हार्ट अटैक का संकेत एक्टर विकास सेठी की पत्नी ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पति को एक शाम पहले अपच और मतली के गंभीर संकेत मिल रहे थे। डॉ. अवधेश शर्मा कहते हैं कि अपच, मतली और उल्टी जैसी समस्याओं के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन हार्ट अटैक से भी इनका संबंध है। इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज करना कई बार भारी पड़ सकता है। साइलेंट हार्ट अटैक भी देता है संकेत साइलेंट हार्ट अटैक का मतलब यह नहीं है कि इसके कोई संकेत ही नहीं मिलते हैं। असल में होता ये है कि कई बार संकेत सामान्य लक्षण जैसे सीने में दर्द और बेहोशी से अलग होते हैं। अगर किसी को बेचैनी महसूस हो रही है, सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो यह सामान्य बात नहीं है। इसका मतलब साफ है कि शरीर किसी मुश्किल में है और वह मदद के लिए छटपटा रहा है। साइलेंट हार्ट अटैक से पहले हमारा शरीर ऐसे और क्या संकेत देता है, नीचे ग्राफिक में देखिए। किन लोगों को होता है अधिक जोखिम बाहर से एकदम स्वस्थ और फिट दिख रहे शरीर के भीतर भी कुछ गड़बड़ी हो सकती है। इसके बावजूद ऐसे लोगों को किसी बीमारी का जोखिम अधिक होता है, जो ओवरवेट हैं और जिनका शरीर मोटापे के कारण आलू की तरह फैल रहा है। इसी तरह साइलेंट हार्ट अटैक के कुछ रिस्क फैक्टर्स होते हैं। ग्राफिक में देखिए। अच्छी आदतें दे सकती हैं लंबी जिंदगी हमें बचपन से सिखाया जाता है कि अच्छी आदतें ही हमें जिंदगी में आगे ले जाती हैं। ये बात करियर के बारे में बोली जाती है। हालांकि, स्वास्थ्य के मामले में भी यह बात उतनी ही मौजूं है। रोज एक्सरसाइज करने, भरपूर नींद लेने, हेल्दी वेट मेंटेन रखने भर से कई बड़ी बीमारियों को ठेंगा दिखाया जा सकता है। इसके साथ शराब, तंबाकू के सेवन जैसी बुरी आदतों को छोड़ना भी उतना ही जरूरी है। जिन लोगों की उम्र 50 साल या इससे अधिक है, उन्हें हर 6 महीने में एक बार कंप्लीट बॉडी चेकअप करवाते रहना चाहिए। इससे हमें अपने स्वास्थ्य के बारे में अंदाजा रहता है और कई गंभीर बीमारियां समय से पहले ही पकड़ में आ जाती हैं।
Source: Health

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