अमेरिका ने जासूसी के लिए तीन सैटेलाइट लॉन्च किए:रॉकेट लैब के इलेक्ट्रॉन रॉकेट से हुई लॉन्चिंग, इससे अमेरिकी इंटेलिजेंस को मिलेंगी खूफिया जानकारियां

अमेरिका की कंपनी रॉकेट लैब ने गुरुवार दोपहर 12.55 बजे वर्जीनिया से जासूसी के लिए बनाई गई तीन सैटेलाइट्स को इलेक्ट्रॉन रॉकेट से लॉन्च किया। इस मिशन का नाम NROL-123 है। कंपनी इसे लाइव एंड लेट फ्लाई भी कहती है। यह 5वां मिशन था जिसे रॉकेट लैब ने नेशनल रिकॉनिसेंस ऑफिस यानी NRO के लिए लॉन्च किया। अन्य चार को न्यूजीलैंड से कंपनी के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 1 से लॉन्च किया गया था। नेशनल रिकॉनिसेंस ऑफिस अमेरिकी सरकार की एजेंसी है जो खुफिया उपग्रहों को डिजाइन, बिल्ड, लॉन्च और मेंटेन करती है। 1960 में इसने पहली स्पाई सैटेलाइट कोरोना लॉन्च की थी। मिशन सीक्रेट था, इसलिए क्लोज शॉट की अनुमति नहीं थी
इस मिशन के बारे में बहुत कम जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई गई है। इसके लाइव ब्रॉडकास्ट के दौरान पेलोड के किसी भी क्लोज अप शॉट की अनुमति नहीं थी। लिफ्टऑफ के 11 मिनट बाद ही लॉन्च वेबकास्ट बंद कर दिया
उड़ान भरने के लगभग एक घंटे बाद NROL-123 पेलोड को कक्षा में तैनात किया जाना निर्धारित था। हालांकि, रॉकेट लैब ने पेलोड की तैनीती की जानकारी सीक्रेट रखी। कंपनी ने लिफ्टऑफ के ठीक 11 मिनट के भीतर अपना लॉन्च वेबकास्ट बंद कर दिया था। NRO मिशन्स से इंटेलिजेंस कम्यूनिटी को मिलती है सीक्रेट जानकारी
रॉकेट लैब ने इस मिशन को लेकर जारी अपनी एक प्रेस रिलीज में कहा, ‘NRO मिशन्स इंटेलिजेंस कम्यूनिटी के हर एक मेंबर, दो दर्जन घरेलू एजेंसियों, सेना, लॉमेकर्स और डिसीजन मेकर्स सहित पांच लाख से अधिक सरकारी यूजर्स को महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं।’ अमेरिकी कंपनी ने अब तक 46 इलेक्ट्रॉन मिशन लॉन्च किए
अमेरिका बेस्ड कंपनी ने अब तक 46 इलेक्ट्रॉन मिशन लॉन्च किए हैं। गुरुवार के लॉन्च को छोड़कर, रॉकेट लैब 178 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित कर चुका है। रॉकेट लैब का इलेक्ट्रॉन लॉन्च व्हीकल दो स्टेज वाली 18 मीटर ऊंचा रॉकेट है।
Source: Health

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