World Heart Day 2019 पर अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने दिए स्वस्थ जीवन के लिए खास टिप्स
By : Devadmin -
हार्ट से जुड़े रोगों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई अपने काम और नौकरी को ले कर व्यस्त है जिस कारण शारीरिक स्वास्थ पर ध्यान नहीं दे पाते। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्षों की तुलना में दिल के रोगियों की संख्या में पहले के मुक़ाबले 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अध्ययन में यह भी पाया गया की देश के ग्रामीण और शहरी इलाकों में रहने वाले लगभग 7 करोड़ हार्ट पेशेंट हैं। ऐसे में ये जरूरी हो जाता है कि अपनी रोज़मर्रा कि जीवन शैली पर खास ध्यान दिया जाए और खान-पान की आदतों में सुधार किया जाए।
ऐसे में बीते 30 वर्षों से अपोलो हॉस्पिटल्स भारत के सबसे बड़े एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के रूप में उभर कर आए हैं। इसके साथ ही अपोलो ने देश के निजी स्वास्थ्य सेवा क्रांति को सफलतापूर्वक उत्प्रेरित किया है।
बढ़ती बीमारियों के चलते भारत जल्द ही दुनिया की हृदय रोग की राजधानी बन सकता है अगर जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का प्रकोप अनियंत्रित हो जाए। लोगों को इस प्रकोप से बचाने के लिए अपोलो हॉस्पिटल्स नें कुछ कदम उठाए हैं जिसके चलते पाथ-ब्रेकिंग बिलियन हर्ट्स बीटिंग अभियान की शुरुआत की है – जो भारतीयों हृदय के विभिन्न रोगों से लड़ने के लिए ज्ञान प्रदान करता है।
अपोलो हमेशा से सामाजिक हित में अपने कार्यों को सम्पन्न करता हुआ आया है इसलिए अपने बुलंद मिशन की बदौलत आज अपोलो 120 देशों के 37 मिलियन लोगों के जीवन से जुड़ा है।अपोलो हॉस्पिटल के जाने माने प्रख्यात डॉक्टर के. रोशन राव, MD, FSCAI, FACC, FESC कार्डियोलोजिस्ट ने बताया कि इस बार इस बार वर्ल्ड्ज़ हार्ट डे 2019 की थीम 'हार्ट हीरोज़' रखी गयी है। इसके माध्यम से लोगों को प्रेरित करना है कि वो हार्ट हेल्थी च्वाइस बनाए यानी अपने लिए हार्ट सेफ़ व स्वस्थ चीज़ों का सेवन करें।
"एक सरल वादा… मेरे दिल के लिए, आपके दिल के लिए, हमारे सभी दिलों के लिए।
दिलोजान से दिल को सुरक्षित करने का वादा"- के. रोशन राव
दिल का दौरा पड़ना या हार्ट अटैक आना काफी घातक समस्या होती है। लेकिन आप कुछ निवारक उपाय (preventive measures) इसकी सम्भावना को कम कर सकते हैं। यहाँ पर दिला के दौरे की सम्भावना को कम करने के 10 सबसे कारगर निवारक उपाय दिए जा रहे हैं-
जागरूक रहें
अपनी हेल्थ के प्रति लापरवाही करने से दिल की बीमारी या अन्य समस्या होने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में हार्ट से जुड़ी बीमारी सबसे संवेदनशील और खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए ये जरूरी है कि आपको हार्ट अटैक से जुड़ी पूरी जानकारी हो।
ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, फिजिकल एक्टिविटी में कमी (जैसे आलस्य), धूम्रपान, तनाव आदि जैसे कुछ रिस्क फैक्टर्स को कन्ट्रोल करके हार्ट अटैक की सम्भावना को कम किया जा सकता है।
इन चीजों से बचें
- धूम्रपान न करें – दिल या फेफड़ों से सम्बंधित कोई भी समस्या होने पर बिलकुल भी धूम्रपान न करना ठीक होता है। इसलिए यदि आप धूम्रपान करते हैं तो आज ही इसे छोड़ दें।
- तनाव या डिप्रेशन को कम करें – तनाव के कारण मन में नकारात्मक भावनाएं बढ़ने लगती हैं जिससे शरीर में साइटोकिन्स (cytokines) नामक केमिकल कंपाउंड्स की मात्रा बढ़ जाती है। साइटोकिंस प्रो-इंफ्लामेट्री केमिकल्स होते हैं जो दिल की बीमारी होने की सम्भावना को बढ़ा देते हैं। साथ ही, तनाव से ग्रसित लोगों को अक्सर अन्य बुरी आदतें जैसे धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन और अनियमित खानपान की लत हो जाती हैं।
- मोटापे को नियंत्रित रखें – शरीर का अधिक मोटा होने पर, खासतौर से कमर में अधिक फैट होने पर हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और इंसुलिन प्रतिरोध की सम्भावना काफी बढ़ जाती है। यह सभी समस्याएं दिल की बीमारी का कारण बनती हैं। यदि आप पहले से ही मोटापे के शिकार हैं तो मोटापा कम करने के उपाय करें। अत्यधिक डाइटिंग से बचें और एक्सपर्ट की सलाह लें।
रोजमर्रा के जीवन में करें इन चीजों को शामिल –
फायदेमंद आहार का सेवन करें
• रोज कम से कम 5 प्रकार की सब्जियां और 2 प्रकार के फलों का सेवन करें।
• अपने नाश्ते में हाई फाइबर वाले अनाज का सेवन करें।
• अनाज, फलियां और साबुत अनाज से युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें और अधिक फैट वाले पदार्थों को न खाएं।
• हफ्ते में कम से कम दो बार कोल्ड-वाटर फिश जैसे सैल्मन (salmon) और टूना (tuna) का सेवन करें।
• हाई-फैट और हाई-शुगर वाले पदार्थों को न खाएं और नमक के सेवन को कम करें।
• हेल्थी कुकिंग आयल जैसे जैतून(olive), सूरजमुखी (sunflower) और कुसुम (safflower) के तेल का इस्तेमाल करें।
• अत्यधिक तले-भुने खाने की जगह उबले खाने का सेवन करें।
नियमित व्यायाम करें
नियमित व्यायाम करने से रक्त का संचार ठीक रहता है और हार्ट अटैक आने की सम्भावना काफी कम होती है। एक्सरसाइज करने से हार्ट हेल्थी रहता है और मोटापा, ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे बीमारियाँ भी कम होती हैं।
पूरी नींद लें
नींद की कमी के कारण शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है। जिन लोगों को नींद न आने की समस्या होती है या सोते समय बार-बार सांस फूलती है, उनमें फेफड़े और धमनियां डैमेज होने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है। इसके फलस्वरूप हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और कोंजेस्टिव हार्ट फेल होने की सम्भावना भी काफी बढ़ जाती है। अगर आपको फिर भी सोने में परेशानी होती है तो ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉक्टरसिद्धान्त जैन एक DM सीनियर इंटरवेंशन कार्डियोलोजिस्ट हैं। हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए वो बताते हैं कि एक उम्र के बाद शुगर, ECG, TMT, कोलेस्ट्रोल, ब्लड प्रेशर आदि की जांच करवाना बहुत जरूरी है। इसके अलावा डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाइयों का सेवन करना हेल्थ चेकअप करना जरूरी है।
हार्ट अटैक के लक्षण और बचने के उपाय
हार्ट अटैक के लक्षण और बचाव के बारे में बताते हुए डॉ.सरिता राव MD, DNB, FSCAI,FACC सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलोजिस्ट ने कहा-
"हार्ट अटैक तब होता है जब ह्रदय में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से होना बंद हो जाता है और इसकी मांसपेशियों को जरुरत अनुसार ऑक्सीजन न मिलने के कारण वह ठीक से काम करना बंद कर देती हैं। हार्ट अटैक होने से पहले इसके कई चेतावनी भरे संकेत मिलते हैं जिनको ठीक से पहचान कर आप इसका पता लगा सकते हैं।" – डॉ.सरिता राव
हार्ट अटैक के कारण
जिन लोगों को नीचे दी हुई समस्या या आदत होती है उनमें दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना ज्यादा होती है –
• बढती उम्र
• धूम्रपान
• लिपिड का स्तर असामान्य होना
• मधुमेह (डायबिटीज)
• उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)
• व्यायाम या शारीरिक गतिविधि कम करना
• मोटापा
• लम्बे समय से कोई किडनी की बीमारी होना
अपोलो के डॉक्टर मोहम्म्द अली का कहना है कि “CABG के बाद जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि हो जाती है" CABG ट्रीटमेंट में छाती, हाथ, या पैरों से एक रक्त वाहिका को निकालना और कोरोनरी धमनियों में रुकावट के चारों ओर चक्कर या बायपास बनाने के लिए इसका उपयोग करना शामिल है।
CABG के लिए सफलता दर सभी कामर्स के लिए लगभग 98-99% है, हालांकि प्रत्येक रोगी के लिए जोखिम और संभावित जटिलताएं भिन्न हैं।
बायपास सर्जरी के मशहूर डॉक्टर क्षितिज दुबे एक मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जन है जो मेडिकल में MS, Mch, CTVS डिग्री से भी सुसज्जित हैं। 17 साल से भी अधिक का एक्सपीरियंस होने के साथ ये बायपास सर्जरी के मशहूर डॉक्टर हैं जो कम से कम कट में कई पेनलेस सर्जरी कर चुके हैं।
हार्ट शरीर का मुख्य भाग होता है इसलिए इसको कभी नज़रअंदाज़ करना नहीं चाहिए। अगर आपको भी कभी तेज बेचैनी, सीने में तेज दर्द, घबराहट जैसे लक्षण महसूस हो तो आपको हॉस्पिटल की इमरजेंसी में जाना चाहिए। और साथ ही ऐसे हॉस्पिटल में जाना ज्यादा बेहतर रहता है जहां विशेष रूप से हार्ट विशेषज्ञ हों।
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Source: Health