हेल्थ डेस्क. ग्लूट (हिप्स) और जांघों की मसल्स को मजबूत बनाने के लिए सिंगल लेग ब्रिज बेहतरीन वर्कआउट है। इसे पावरफुल कोर स्ट्रेथनिंग टेक्निक भी कहा जाता है। रोज किए जाने वाले वर्कआउट में इसे शामिल कर बॉडी को टोंड कर सकते हैं।
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इससे शरीर को ताकत मिलती है और काम करने की क्षमता बढ़ती है। बॉक्सिंग से ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव होता है और शरीर के टॉक्सिंस दूर होते हैं। इससे स्किन हेल्दी रहती है।
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जब आप बॉक्सिंग करते हैं तो आपके हाथ, कंधे, पैर और कोर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। हाथ-पैरों में होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में यह वर्कआउट फायदेमंद होता है।
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इसे नियमित करने से ऊर्जा का स्तर और प्रतिरोधक क्षमता दोनों में इजाफा होता है। यह स्टेमिना बढ़ाने और ग्रोथ हार्मोंस को एक्टिवेट करने में भी मदद करती है। एब्स और बाइसेप्स बनाने के लिए इसे नियमित रूप से करना फायदेमंद है।
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इससे ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव होता है, जिससे हार्ट रेट बढ़ती है और दिल स्वस्थ्य रहता है। शरीर का संतुलन बेहतर होता है।
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स्टेप 1:पीठ के बल लेट जाएं। अपने एक घुटने को मोड़ लें और तलवों को जमीन से सटाकर रखें।
स्टेप 2: धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपने दूसरे पैर व शरीर को ऊपर उठाएं और ब्रिज पोज में आ जाएं।
स्टेप 3: इस दौरान पूरे शरीर का वजन दूसरे पैर पर रखेंे और ग्लूट्स को कसाव या तनाव देते हुए धीरे-धीरे नीचे लाएं।
स्टेप 4: कुछ सेकंड रुकने के बाद आप फिर से पहली अवस्था में आ जाएं और फिर दूसरे पैर से यही क्रिया दोहराएं। लगभग 10 बार आप इस एक्सरसाइज को करें। -
- अपने पोश्चर का ध्यान रखें। गलत पोश्चर में इसे करने से शरीर को नुकसान हो सकता है।
- इसे करने से पहले वार्मअप जैसे स्ट्रेचिंग और हल्की जॉगिंग जैसी एक्सरसाइज जरूर करें ताकि आपको चोट लगने का डर न रहे।
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Source: Health