लाइफस्टाइल डेस्क. जन्माष्टमी पर कन्हैया के मन को भाने वाले माखन मिश्री का प्रसाद बनाया जाता है। धनिया पंजीरी, मखाना पाग, सिंघाड़े की पूरी भी बनाते हैं। लेकिन इस बार कान्हा के जन्मोत्सव पर भोग को बदलाव कर सकते हैं। उन्हें गोपालकाला और फलाहारी गुलाब जामुन का भोग लगा सकते हैं। अंजु पांडे बता रही हैं इन्हें कैसे बनाएं…
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क्या चाहिए :पोहा- 1 कप, मुरमुरे (लाई) – कप, जीरा- चम्मच, नमक- स्वादानुसार, शक्कर – 1 बड़ा चम्मच, देसी घी- 2 बड़े चम्मच, हरी मिर्च- 2 या 3, अदरक- इंच टुकड़ा, हरा धनिया- 2 बड़े चम्मच बारीक कटा हुआ, दही- 2 कप, ककड़ी- 1 बारीक कटी हुई, ताज़ा नारियल- 4 बड़े चम्मच कद्दूकस किया हुआ, अनारदाना- कप, आम का अचार छोटा चम्मच, नींबू का अचार- छोटा चम्मच।
ऐसे बनाएं :पोहा भिगोकर 15 मिनट के लिए रखें। पोहे का पानी अच्छी तरह से निथार लें। बड़े बर्तन में भीगा हुआ पोहा, मुरमुरे, ककड़ी, दही, अनारदाना, हरा धनिया, आम व नींबू का अचार, नमक, शक्कर और नारियल का बूरा डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। इसे एक तरफ़ रख दें। अब कड़ाही में घी गर्म करें। इसमें जीरा डालकर तड़काएं। कद्दूकस किया हुआ अदरक और बारीक कटी हुई हरी मिर्च डालकर भूनें। यह तड़का तैयार पोहे के मिश्रण में मिलाएं। गोपालकाला प्रसाद तैयार है।
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क्या चाहिए : पनीर- कप कद्दूकस किया हुआ, सिंघाड़े का आटा- 1 कप, उबला और मसला हुआ आलू- 1 कप, अदरक का पेस्ट- 1 छोटा चम्मच, हरी मिर्च 5 बारीक कटी हुई, दही- 2 कप, नमक स्वादानुसार, देसी घी या तेल- तलने के लिए, शक्कर- 1 छोटा चम्मच, भुना हुआ जीरा पाउडर- छोटा चम्मच, हरा धनिया- थोड़ा-सा, इमली की चटनी और हरी चटनी।
ऐसे बनाएं: कद्दूकस पनीर, मसला हुआ आलू, कटी हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट और सेंधा नमक अच्छी तरह से मिलाएं। मिश्रण के छोटे-छोटे गोले बना लें। बड़े बोल में सिंघाड़े का आटा और पानी का गाढ़ा घोल बनाएं। घोल इतना गाढ़ा रखें कि दही बड़े पर आसानी से लिपट जाए। कड़ाही में घी या तेल गर्म करें। तैयार दही बड़ों को सिंघाड़ा आटा के घोल में डुबोएं। फिर मध्यम आंच पर सुनहरा होने तक तलें। अलग बर्तन में दही, नमक और शक्कर मिलाकर अच्छी तरह से फेंटें। तैयार दही बड़े एक प्लेट में रखें। ऊपर से दही, भुना हुआ जीरा पाउडर, चटनी और कटा हुआ हरा धनिया से सजाकर परोसें।
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क्या चाहिए: मावा- 250 ग्राम, सिंघाड़े का आटा- 4 बड़े चम्मच, काजू- 5, पिस्ता- 5, छोटी इलायची का पाउडरछोटा चम्मच, देसी घी- 4 बड़े चम्मच, शक्कर- 500 ग्राम, बेकिंग पाउडर- छोटा चम्मच, पानी- आवश्यकतानुसार।
ऐसे बनाएं:चाशनी तैयार करने के लिए बर्तन में शक्कर और पानी उबालें। चाशनी के लिए शक्कर का एक चौथाई हिस्सा पानी होना चाहिए। शहद जैसी गाढ़ी होने तक चाशनी को पकाएं। फिर छोटी इलायची का पाउडर डालकर मिलाएं। आंच बंद करके एक तरफ़ रख दें। अब मावा को मसलकर अच्छी तरह नरम कर लें। सिंघाड़े का आटा और बेकिंग पाउडर छानकर मिला लें। इसे मावे में डालें और अच्छी तरह से मसलकर एकसार कर लें। भरावन के लिए तैयार मावे के मिश्रण से एक छोटा हिस्सा अलग कर लें। इसमें बारीक कटे हुए काजू, पिस्ता और एक बड़ा चम्मच पिसी हुई शक्कर डालकर मिलाएं। गुलाब जामुन बनाने के लिए बचे हुए मावा मिश्रण की नींबू के आकार की लोई बना लें। इसे गोल करके हथेली से दबाएं। तैयार भरावन का छोटा-सा टुकड़ा लोई पर रखें और चारों तरफ से बंद करें। अच्छी तरह से चिकना होने तक गोल करें। इसी तरह सभी गुलाब जामुन तैयार करें। धीमी आंच पर घी में सुनहरा होने तक शैलो फ्राय करें। हल्की गर्म चाशनी में इन्हें डाल दें।
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Source: Health