लाइफस्टाइल डेस्क. पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया।पंजाबी खाने के शौकीन अरुण जेटली नरम मिजाज में रहकर गंभीर फैसले लेने वाले जेटली को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बेहद करीबी माना जाता है। बताते हैं कि अरुण जेटली को भी ओवर ईटिंग की आदत थी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसे लेकर हमेशा संवेदनशील रहते थे।
वह जेटली की इस आदत से उन्हें बाहर लाने के लिए जेटली की पत्नी और बेटी से बात करके उन्हें जिम्मेदारी सौंपते थे। जानकार बताते हैं कि जेटली को अमृतसारी नॉन, छोले-भटूरे, छोले-कुल्चे और तंदूरी-चना काफी अच्छे लगते थे। बताते हैं जेटली के स्वादिष्ट खाने की पसंद के चलते उनकी डायबिटीज करीब दस साल तक अनियंत्रित रही।
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जेटली हर माह एक बार अमृतसर जरूरत जाते थे और लौटते वक्त वहां से 50 कुल्चे लाना नहीं भूलते थे। 50 में से एक कुल्चा खुद खाते थे और 49 लोगों में बांट देते थे। वह कहते थे। वह कहते अक्सर कहते थे चंगा खाना ते चंगा पाना। सर्दियों के दिनों में उनका पसंदीदा खाना आलू के परांठे और दही होता था। कहते थे जापान और इजरायल में जाने पर भी मैं भारतीय खाने का स्वाद चखना नहीं भूलता। मुझे वहां का खाना नहीं पसंद आता था और मैं शाकाहारी भारतीय खाने का ऑर्डर देता था।
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खानपान से जुड़े सवाल वह कहते थे मेरी मां अमृतसर से हैं और खाने की आदतें पंजाबियों जैसी हैं। मेरे फूडी होने की वजह मां का बनाया खाना है। वह कहते हैं वो व्यंजन अमृतसर में पकाया जाता है मेरा पसंदीदा है। उनका अमृतसर के खाने से लगाव इससे समझा जा सकता है कि दिल्ली में उनके आवास पर कोई भी कार्यक्रम होता था जो शेफ अमृतसर से ही बुलाए जाते थे।
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अरुण जेटली जो अमृतसर के अलावा दिल्ली की दाल बेहद पसंद थी। वह अक्सर कनॉट प्लेस के मीनार रेस्तरां से दाल मंगाते थे। विदेशी दौरो पर भी उन्हें भारतीय खाना ही पसंद था। अमेरिका जाने पर उन्हें मैनहट्टन के एक रेस्तरां में बने भारतीय व्यंजन का स्वाद जरूर चखते थे।
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Source: Health