कोरोनावायरस के मरीजों को खिला रहे नरम कवच वाला कछुए का मांस, दावा- इसके पोषक तत्व पीड़ितों के लिए फायदेमंद
By : Devadmin -

हेल्थ डेस्क. चीन के वुहान में कोरोनावायरस के संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को खाने में कछुए का मांस दिया जा रहा है। अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रखे गए मरीजों को खासतौर पर यह रात के खाने में दिया गया है। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। अस्पताल प्रबंधन के इस फैसले पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं क्योंकि माना जा रहा है कि चमगादड़ का सूप पीने से ही कोरोनावायरस इंसानों में पहुंचा। कोरोनावायरस के संक्रमण की शुरुआत वुहान से हुई है जिससे यहां 638 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
कछुए की खास प्रजाति परोसी गई
मरीजों को रात के खाने में कछुए की खास प्रजाति परोसी जा रही है। इसे आम भाषा में सॉफ्टशेल टर्टल यानी कोमल कवच वाला कछुया या जिया यू भी कहते हैं जो खासतौर पर चीन में पाया जाता है। चीन के लोगों में धारणा हैकि कोमल कवच वाले इन कछुओं में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है। चीन के चिकित्सा विज्ञान में कछुए के मांस को पोषक तत्वों से भरा माना जाता है। यहां मानतेहैं कि इसमें प्रोटीन अधिक होने के कारण मरीज की हालत में तेजी से सुधार होता है। इन कछुओं को जंगल या प्रजनन केंद्रों से लाया जाता है और सूप बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
वीडियो में क्या बताया गया
चीनी मीडिया में जारी वीडियो में एक महिला यह कहती दिख रही है कि भाइयों-बहनों आप जिस लड़ाई को लड़ रहे हैं उसमें हम आपके साथ हैं। इस दौरान एक मरीज कहता है कि आज हमारे खाने में कछुए का मांस दिया गया है,इन मरीजों को चप्पल, तौलिया, मंजन और टॉयलेट पेपर भी दिया गया है।
चीनी वैज्ञानिकों का दावा है एकदम अलग
दुनियाभर के वैज्ञानिक जहां मरीजों को कछुए का मांस देने पर सवाल उठा रहे हैं वहीं चीनी वैज्ञानिकों का दावा इसके उलट है। चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कोरोनावायरस चमगादड़ या सांप से नहीं एक तरह की विशालकाय छिपकल पैंगोलिन से इंसानों तक पहुंचा है। साउथ चाइनाएग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक, 1 हजार जंगली जानवरों से लिए गए सेंपल की जांच की गई है। रिपोर्ट में सामने आया है कि जीनोम सिक्वेंस के आधार पर कोरोनावायरस पैंगोलिन से मिलता है। पैंगोलिन से यह वायरस चमगादड़ तक पहुंचा और चमगादड़ से इंसानों में संक्रमण फैला।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Source: Health