गगनयान में अंतरिक्ष यात्रियाें काे देसी खाना मिलेगा; पुलाव, दाल फ्राई और हलवे का स्वाद ले सकेंगे



बेंगलुरु (अनिरुद्ध शर्मा).देश के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के यात्रियों को ठेठ देसी खान-पान मिलेगा। डीआरडीओ की मैसूर स्थित डिफेंस फूड रिसर्च लैब (डीएफआरएल) ने मिशन में जाने वाले यात्रियों के लिए 22 किस्म के व्यंजन तैयार किए हैं। मेन्यू में दाल फ्राई, वेज पुलाव, आलू पराठा, पालक पनीर, आलू मटर, उपमा, इडली, पोंगल, दलिया, वेज कट्‌ठी रोल, एग रोल, चिकन रोल, चिकन कोरमा भीशामिल होगा। यही नहीं, मूंगफली-गुड़ की चिक्की, सूजी और मूंग दाल का हलवा, आम पापड़, बिस्किट के अलावा ड्राई फ्रूट्स में काजू, बादाम, अखरोट भी उपलब्ध होगा। चाय, कॉफी और फ्रूट जूस के पाउडर दिए जाएंगे।

इसरो के साथ हुए करार के मुताबिक, डीएफआरएल गगनयान के लिए 60 किग्रा खाना और 100 लीटर पानी मुहैया कराएगा। व्यंजनाें के नमूने इसराे काे भेजे गए हैं। इसराे के वैज्ञानिक इसे चखकर फीडबैक देंगे, ताकि जरूरत के अनुसार स्वाद में बदलाव किया जा सके। साल 2022 में गगनयान से चार भारतीय अंतरिक्ष में जाएंगे। वे सात दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे।

एक बार पैकेट खुलने के बाद उसे 24 घंटे के अंदर खाना होगा

डीएफआरएल के निदेशक डॉ. अनिल दत्त सेमवाल ने बताया कि पृथ्वी की तुलना में अंतरिक्ष में यात्रियों का चलना-फिरना कम होगा और गुरुत्वाकर्षण की कमी के चलते अक्सर वह तैरते ही रहेंगे। इसलिए उनकी कैलोरी डिमांड कम होगी। फिर भी सुबह के नाश्ते, दोपहर व रात के खाने की तैयारी की जा रही है। भारतीय गर्म खाना पसंद करते हैं। इसके लिए एक उपकरण दिया जा रहा है, जिससे लगभग 92 वॉट बिजली से खाना गर्म किया जा सकता है। यह उपकरण खाने को 70 से 75 डिग्री तक गर्म कर सकता है। हम सबकुछ रेडीमेड दे रहे हैं, जैसे सांभर के साथ इडली। इसमें आप पानी डालकर खा सकते हैं। एक बार पैकेट खुलने के बाद उसे 24 घंटे के अंदर खाना होगा। इस खाने को आधा खाकर नहीं छाेड़ा जा सकता। पैकेट खोलने पर यह सामान्य खाने की तरह बन जाएगा।

खाना जीरो-ग्रैविटी को ध्यान में रखकर बनाया जाता है

डाॅ. सेमवाल के मुताबिक अंतरिक्ष यात्रियाें के लिए खाना जीरो-ग्रैविटी को ध्यान में रखकर पकाया जाता है। कुछ चीजें पैकेट खोलकर सीधे खाई जा सकेंगी, जैसे- कट्‌ठी रोल और हाई एनर्जी बार (मूंगफली-गुड़ चिक्की), बादाम लेकिन बाकी चीजें ऐसी होंगी कि उन्हें गर्म पानी मिलाकर बनाना पड़ेगा जैसे- दाल, पुलाव, मटर पनीर, सूजी हलवा वगैरह। क्योंकि पैकेजिंग के समय उसका पानी सोख लिया जाएगा।

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Astronauts will get homegrown food at Gaganyaan; You will be able to taste pulav, dal fry, aloo paratha, idli-sambar and halwa.

Source: Health

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