अब आयुष्मान भारत योजना में मरीजों को एक ही अस्पताल में मिल जाएगा पूरा इलाज, नहीं काटने होंगे निजी अस्पतालों के चक्कर
By : Devadmin -
हेल्थ डेस्क. आयुष्मान योजना के तहत बीपीएल मरीजों को अब पूरा इलाज एक ही हॉस्पिटल में मिल सकेगा। मध्य प्रदेश स्टेट हेल्थ एजेंसी ने इसके लिए पैकेज में बदलाव किए हैं। योजना लागू होने के एक साल बाद हुई समीक्षा में सामने आया कि कुछ नियमों के कारण मरीजों को इलाज के लिए निजी और सरकारी अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ते थे। जैसे सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को सिर में चोट का इलाज तो निजी अस्पताल में मिल जाता था, लेकिन हड्डी के इलाज के लिए सरकारी अस्पताल जाना पड़ता था। हड्डी का इलाज निजी अस्पतालों के पैकेज में शामिल नहीं था। इसीलिए सरकारी अस्पतालों के लिए रिजर्व 241 पैकेज को सभी के लिए दिया गया है।
पैकेज के नियमों का हवाला देकर निजी अस्पताल मरीजों की जेब से पैसा निकलवा लेते थे। जैसे हादसे में घायल इलाज के लिए पहुंचा तो उसके सिर का इलाज तो निजी अस्पताल पैकेज में करते थे, लेकिन हड्डी के इलाज के लिए मरीज को आयुष्मान योजना का कार्ड होने के बाद भी पैसा देना पड़ता था। क्योंकि मरीज सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की स्थिति में नहीं होता था।
अब ये फायदे मिलेंगे
- आयुष्मान योजना में ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी तो प्राइवेट अस्पतालों में हो जाती थी, लेकिन कीमोथैरेपी सरकारी हॉस्पिटल में ही हो सकती थी। लेकिन, अब कीमोथैरेपी भी प्राइवेट हॉस्पिटल के पैकेज में शामिल की गई है।
- बर्न केस में 40 प्रतिशत से कम जलने पर ही मरीजों को प्राइवेट हास्पिटल में आयुष्मान योजना का लाभ मिलता था। ऐसे में गंभीर रूप से जले मरीजों को सरकारी हॉस्पिटल जाना पड़ता था। इस पैकेज को ओपन किया है।
- हार्ट अटैक में एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी से पहले की जांचों और दवाइयों का लाभ सरकारी अस्पतालों में ही मिलता था। ऐसे ही इंपैनल्ड प्राइवेट अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को जेब से पैसा खर्च करना पड़ता था।
योजना की समीक्षा में सामने आईं कमियों को दूर किया जा रहा है
आयुष्मान भारत के सीईओ जे विजयकुमार के मुताबिक, साल भर की समीक्षा में यह बात सामने आई कि मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इसलिए पैकेज को ओपन कैटेगरी में शामिल किया है। अब मरीज जरूरत के मुताबिक इंपैनल्ड हॉस्पिटल में एक ही स्थान पर पूरा इलाज करा सकेंगे।
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Source: Health