पफ्ड-पॉप्ड स्नैक्स और नो शुगर फूड की बढ़ेगी डिमांड, खाने की बर्बादी रोकने के होंगे प्रयास
By : Devadmin -
लाइफस्टाइल डेस्क. स्नैकिंग का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है लेकिन तरीका बदल रहा है। अब स्नैक्स के नाम पर कुछ भी परोसा नहीं जा सकता, लोग पौष्टिक चीजों को ही पसंद कर रहे हैं। लाइफस्टाइल एक्सपर्ट वर्षा एम से जानिए, 2020 में लोग किस तरह का फूड पसंद करेंगे।
- पफ्ड और पॉप्ड स्नैक्स – बार-बार लगने वाली भूख शांत करने के लिए लोग हेल्थ-कॉन्शियस कंज्यूमर पौष्टिक खाने को महत्व देंगे, जो उनकी व्यस्त जीवनशैली में फिट हो सके। स्नैकिंग मार्केट बढ़ा है। स्नैकिंग का तरीका भी बदला है। अब जिस तरह के स्नैक्स पसंद किए जा रहे हैं वे ज्यादा पौष्टिक हैं। पॉप्ड और पफ्ड स्नैक्स ट्रेंडसेटर होंगे। प्रोटीन स्नैक्स के विकल्प बढ़ेंगे। प्लांट बेस्ड प्रोटीन बार्स रेडी-टू-ईट प्रोटीन होगा।
- नो शुगर- कंफेक्शनरी ब्रैंड्स गिल्ट-फ्री खाने को ध्यान में रखते हुए अपने प्रोडक्ट्स में शकर की मात्रा कम कर रहे हैं। कुछ ब्रैंड्स शकर की जगह स्वीटनर का उपयोग कर रहे हैं। स्टीविया युक्त पीनट बटर इस रेंज में नया है। कैडबरी जल्द ही अपनी चॉकलेट्स में लगभग 30 प्रतिशत तक शकर कम कर सकता है।
- हर साल दुनिया में लगभग 1.3 बिलियन टन खाना बर्बाद होता है। 2025 तक आंकड़ा 2.2 बिलियन पहुंच सकता है। सरकारों के लिए खाने की बर्बादी को लोकल और रीजनल स्तर पर रोकना पहली प्राथमिकता होगी। 2020 में अलग-अलग आकार की सब्जियां और फल देखेंगे। इसे "वॉन्की' वेज रेंज कहा जाएगा।
- ऐसी एप्स लॉन्च होंगी जो खाना बर्बाद होने से रोकेंगी। ऑस्ट्रेलिया ने 2030 तक 50 प्रतिशत फूड वेस्ट कम करने का लक्ष्य रखा है। स्कॉटलैंड का 2025 तक 50 प्रतिशत बर्बादी रोकने का लक्ष्य है।
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Source: Health